Search Results
मैंने बोला जानेमन को चलो रजाई में | Waah Bhai Waah Ep 330 | Kavi Sammelan | Romantic Shayari
कुँवारा होने का मतलब बेताब होना नहीं हैं - Waah Bhai Waah - Ep 394- Kavi Sammelan - Raj Banarasi
प्रेमिका के खातिर लाठी चार्ज होना चाहिए | Waah Bhai Waah 334 | Kavi Sammelan | Kavi Raj Banarasi
6 घंटे से बैठा हूं ना शीतल आई ना छाया - Waah Bhai Waah EP 343 - Kavi Sammelan - Mujawar Malegavi
जिसके पीछे दुनिया पागल,वो पागल मेरे पीछे - Waah Bhai Waah Ep 328 - Hasya Kavi Sammela - Chirag Jain
Patni se hui Ladai, Pit gaye Mahesh Bhai | Waah Bhai Waah - Sunday Special Ep 1 | Top Comedy Shayari
मैं भी इसलिए पीता हूं कि तुम मुझे सुंदर दिखो - Waah Bhai Waah EP 347 - Kavi Sammelan - Mujawar
मैं भीड़ में यहां जिसे ढूंढ रहा था, उसने किया इशारा चप्पल उतार कर - Waah Bhai Waah - Kavi Sammelan
एक बार मुझे एक लड़की देखने आयी | Wah Bhai Wah Clip | मजेदार चुटकुले | Kavi Sammelan | Chetan Charchit
O Meri Jaane Jigar Tera Hai Kaisa Figure | Comedy Shayari | Waah Bhai Waah Ep 258 | Sunil Samaiya
जिसके पीछे दुनिया पागल,वो पागल मेरे पीछे | Waah Bhai Waah Ep 328 | Kavi Sammelan |
एक हाथ रोटी में दूसरा हाथ धोती में | Waah Bhai Waah Ep 295 | Hasya Kavi Sammelan | Sunil Jhanjhati